प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को सऊदी अरब की दो दिवसीय राजकीय यात्रा के लिए रवाना हुए। इस दौरान पीएम मोदी सऊदी अरब में भारतीय कामगारों से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच आर्थिक व रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे। सऊदी अरब में भारत के राजदूत डॉ. सुहेल अजाज खान का कहना है कि भारतीय प्रवासी समुदाय दोनों देशों के बीच सेतु का काम करता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ‘विकसित भारत 2047′ और सऊदी अरब के ‘विजन 2030’ में काफी समानताएं हैं।
सऊदी अरब से भारत को होने वाली रेमिटेंस भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देती है
डॉ. सुहेल अजाज खान ने आईएएनएस से विशेष बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री का एक फैक्ट्री में जाकर भारतीय कामगारों से मिलना एक महत्वपूर्ण कदम है। यह भारतीय समुदाय के योगदान को सम्मान देने का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि सऊदी अरब से भारत को होने वाली रेमिटेंस भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देती है। भारतीय समुदाय न केवल सऊदी अरब के विकास में भागीदार है, बल्कि भारत के आर्थिक विकास में भी अहम भूमिका निभाता है।
सऊदी अरब का ‘विजन 2030’ और भारत का ‘विकसित भारत 2047’ मिशन कई मायनों में समानताएं और तालमेल रखता है
डॉ. खान ने ‘विकसित भारत 2047’ मिशन में भारतीय प्रवासी समुदाय की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब का ‘विजन 2030’ और भारत का ‘विकसित भारत 2047’ मिशन कई मायनों में समानताएं और तालमेल रखता है। दोनों देश एक-दूसरे के अनुभव, विशेषज्ञता और संसाधनों का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इन दो दृष्टिकोणों के बीच सहयोग से दोनों देशों को आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में नए अवसर मिलेंगे।
सऊदी अरब -भारत एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार है और यह यात्रा दोनों देशों के संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है
भारतीय राजदूत ने कहा कि पीएम मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, ऊर्जा और टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने का अवसर प्रदान करेगी। सऊदी अरब भारत एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार है, और यह यात्रा दोनों देशों के संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक कदम है। भारतीय प्रवासी समुदाय के योगदान को रेखांकित करते हुए डॉ. खान ने कहा कि यह समुदाय दोनों देशों के बीच सेतु का काम करता है।(इनपुट-आईएएनएस)